Internet कैसे शुरू हुआ-:

                                  Internet की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने किया था ।युद्ध की स्थिति में संचार व्यवस्था को सुरक्षित बनाए रखने के लिए इंटरनेट को शुरू किया गया था। इस क्रम में सपा नेट नामक एक नेटवर्क को विकसित किया गया जो धीरे-धीरे एक संचार माध्यम में परिवर्तित हो गया ।

INTERNET-क्या है कैसे शुरू हुआ


इसे कॉन्टैक्ट्स मिलिट्री के लोग एवं विश्वविद्यालय के शोधकर्ता यूज करने लगे। एवं इसके विकास में अपना योगदान देने लगे नेटवर्क को इस्तेमाल करने के लिए कुछ प्रोटोकॉल के समूह को विकसित किया गया। जिसके द्वारा लोग एक दूसरे से कम्युनिकेट कर सके ।और डाटा शेयर कर सके संन1980 में नेशनल साइंस फाउंडेशन ने कुछ हाई स्पीड कंप्यूटर्स को जोड़कर एक नेटवर्क तैयार किया ।

जिसने बाद में नेटवर्क की नींव रखी 1980 तक इसमें काफी नेटवर्क जोड़ें।  1991 में नेटवर्क की स्थापना की नेशनल रिसर्च एवं एजुकेशन नेटवर्क का लक्ष्य शोध एवं शिक्षा से संबंधित सूचना के लिए था ।हाई स्पीड नेटवर्क को विकसित करना साथ ही इंटरनेट के लिए वाणीज्य के उपयोग की संभावनाएं तलाश करना।

Internet क्या है-:

इंटरनेट सूचना संप्रेषण का एक वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क है ।जो आपस में कनेक्ट करता है ,यह यूजर्स को सूचना आदान- प्रदान करने का मंच प्रदान करता है ।इंटरनेट में संचार के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है। जिस से डाटा ट्रांसफर में उद्देश्य को बनाए रखने की मदद मिलती है।

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 इन कंप्यूटरों में सरकारी विश्वविद्यालय, कंपनी ,एवं लोगों के व्यक्तिगत कंप्यूटर शामिल है ।ज्यादातर इंटरनेट सेवाएं माडल पर कार्य करती है । जब कोई कंप्यूटर फाइल रिसीव करता है। तो क्लाइंट कहलाता है तथा जब मैं फाइल सेंड की जाती है। तो वह सरोवर बन जाता है ।इंटरनेट पर एक्सेस प्राप्त करने के लिए उस क्षेत्र में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के साथ अकाउंट खोलना होता है।

Internet का उपयोग-:

   1. संचार-:.         इंटरनेट का प्रयोग हम अपने  से दूर रह रही लोगों से बात करने में आसानी हो गई है। इंटरनेट के आने से पहले काम काफी मुश्किल था ।लेकिन इंटरनेट  ने हमारी लाइव कोआसान बना दिया है। इसके जरिए लोग ईमेल टेक्स्ट एवं वॉइस चैट तथााोवीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संदेश संप्रेषण में कार्य कर पा रहे हैं। इंटरनेट द्वारा प्रदान की गई तेज रफ्तार संचार व्यवस्था हमारे लिए अमूल्य उपहार है ।वर्तमान में मैसेज एवं सोशल मीडिया इंटरनेट के द्वारा कम्युनिकेशन के कुछ उदाहरणों में से एक है।

2. रिसर्च-:.       रिसर्च एक ऐसा कार्य है, जिसको करने के लिए बड़ी मात्रा में शोध विषय से संबंधित साहित्य की पूर्व लोकन की आवश्यकता होती है ।शोध विषय से संबंधित साहित्य एवं संदर्भ को एकत्रित करना एक कठिन कार्य हुआ करता था। पर जब से इंटरनेट का विकास हुआ है। एक क्लिक मात्र से विषय से संबंधित पूरे विश्व के हजारों शोध पत्र एवं पुस्तकें उपलब्ध हो जाती है ।वर्तमान में शोध विषय  के लिए लाखों जानकारियां  इंटरनेट पर मिल जाती है ।साथ ही  सोशल मीडिया के जरिए आपकी विषय से संबंधित विश्व के विभिन्न विशेषज्ञों से जुड़े शोध समस्या से संबंधित सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।

3 .शिक्षा-:.     आज के समय शिक्षा भी ऑनलाइन हो गई है। ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म विकसित हो रहे है जिसके जरिए लोग रजिस्टर होकर घर बैठे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं ।साथ ही विकिपडिया जैसी सोशल साइट के जरिए ओपन एजुकेशन रिसोर्सेज विकसित हो रहे हैं ।आज विभिन्न शिक्षण संस्थान यूट्यूब के जरिए वीडियो लेक्चर अपलोड करके ऑनलाइन लर्निंग कर रहे हैं। साथ ही विभिन्न विषय से संबंधित सेल्फ लर्निंग मटेरियल की पीडीएफ फाइल्स भी उपलब्ध कराई जा रही है। गूगल स्कॉलर जैसी तमाम प्लेटफार्म हजारों की संख्या में शोध जर्नल एवं पुस्तकें ऑनलाइन मुहैया करा रही हैं।

4.  लेन- देन-:.   वित्त लेनदेन से आशय मुद्रा के स्थानांतरण से है ।इंटरनेट ने ऑनलाइन मुद्रा स्थानांतरण प्रणाली को विकसित की है। जिससे  अपने बैंक खाते से पूरे विश्व की मुद्रा हस्तांतरण कर सकते हैं। इसके लिए अपने खाते को बैंक की ऑनलाइन सर्विस  जोड़ना होता है। 

इसके उपरांत बैंक की वेबसाइट पर लॉगइन करके मुद्रा स्थानांतरण के कार्य कर सकते हैं। इसके अलावा इंटरनेट में प्लास्टिक मनी की अवधारणा को विकसित किया है। जिसे डेबिट एंड क्रेडिट कार्ड जैसे नामों से संबंधित किया जाता है। इसके द्वारा बैंक एटीएम के मुद्रा प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।